ब्रह्मा जी की आरती, भगवान ब्रह्मा के पूजा के समय गयी जाती है, यह हिन्दू धर्म की पारम्पिक आरती है |
Brahma ji ki Aarti Details | |
Song | Brahma Ji Ki Aarti |
Album | Aarti Sangrah |
Lyricist | Traditional |
ब्रह्मा जी की आरती
पितु मातु सहायक स्वामी सखा ,
तुम ही एक नाथ हमारे हो।
जिनके कुछ और आधार नहीं ,
तिनके तुम ही रखवारे हो ।
सब भॉति सदा सुखदायक हो ,
दुख निर्गुण नाशन हरे हो ।
प्रतिपाल करे सारे जग को,
अतिशय करुणा उर धारे हो ।
भूल गये हैं हम तो तुमको ,
तुम तो हमरी सुधि नहिं बिसारे हो ।
उपकारन को कछु अंत नहीं,
छिन्न ही छिन्न जो विस्तारे हो ।
महाराज महा महिमा तुम्हारी,
मुझसे विरले बुधवारे हो ।
शुभ शांति निकेतन प्रेम निधि ,
मन मंदिर के उजियारे हो ।
इस जीवन के तुम ही जीवन हो ,
इन प्राणण के तुम प्यारे हो में ।
तुम सों प्रभु पये “कमल” हरि,
केहि के अब और सहारे हो ।
ब्रह्मा जी की आरती – विडियो
ब्रह्मा जी की आरती – भजन विडियो
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