Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics sung by Mahendra Kapoor, Music Release on T-Series is the viral song played on the occasion of Krishna Janmashtami.
हिंदू धर्म में आरती का विशेष महत्त्व है, और जब बात होती है “आरती कुंज बिहारी की,” तो यह भजन भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के बीच अद्वितीय स्थान रखता है। इस आरती के मधुर बोल और मनमोहक धुन हर भक्त के हृदय को भगवान के चरणों में समर्पित कर देती है।
इस ब्लॉग में, हम “आरती कुंज बिहारी की” के बोलों पर चर्चा करेंगे और इसकी धार्मिक महत्ता को समझने की कोशिश करेंगे। यदि आप श्रीकृष्ण के भक्त हैं या आरती के सुंदर गीतों का आनंद लेना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहाँ आप पाएंगे इस भजन के शब्दों की संपूर्ण जानकारी और उनके पीछे छिपे गहरे अर्थ। आइए, श्रीकृष्ण की आराधना में लीन होकर इस पवित्र आरती के महत्त्व को जानें।
Aarti Kunj Bihari Ki Song Detail’s
Song Title: Aarti Kunj Bihari Ki
Singer: Mahendra Kapoor
Album: Bhakti Sagar
Music On: T-Series
Lyrics: Traditional
Aarti kunj bihari ki lyrics in hindi
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
गले में वैजंती माला
बजावै मुरली मधुर बाला
श्रवण में कुंडल झलकाला
नंद के आनंद नंदलाला
गगन सम अंधकांति काली
राधिका चमक रही याली
लतन में ठाढ़े वनमाली
भ्रमर सी अलग, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक
ललित छवि श्यामा प्यारी की
श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
कनक मय-मोर-मुकुट दिल से
देवता दर्शन को तरसे
गगन सौं सुमन राशी बरसै
बजै मुरचंग, मधुर मृदंग, ग्वालिनी संग
अतुल रती गोप कुमैरी की
श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
जहाँ ते प्रकट भयी गंगा
सकल मल्हारिनी श्री गंगा
स्मरण ते होत मोह भंगा
बसी शिव शीष, जटा के बीच
हरे अघ कीच, चरण छवि श्री बनवारी की
श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
चमकती उज्ज्वल तट रेनु
बज रही वृंदावन बेनु
चहुँ दिशी गोपी-ग्वाल धेनु
हँसत मृदु-मंद, चाँदनी चंद्र
कटत भव-भंद, टेढ़ सुनु दीन दुःखारी की
श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की
(आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरीघर कृष्ण मुरारी की)
Aarti kunj bihari ki lyrics in English
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishna murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishna murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishna murari Ki
Gale mein bejanti mala,
Bajave murali madhur bala,
Shravan mein kundal jhalakala,
Nand ke anand Nandalala
Gagan sam ang kanti kali,
Radhika chamak rahi aali,
Latan mein thaade banmali
Bhramar si alak,
Kasturi tilak,
Chand si jhalak
Lalit chhavi Shyama pyari ki,
Shri Giridhar Krishna murari ki
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishnamurari Ki
Kanakay mor mukut bilse,
Devta darshan ko tarase,
Gagan son suman raas barse
Baje murachang,
Madhur miradang,
Gwalini sang,
Atul rati Gop Kumari ki,
Shri Giridhar Krishna murari ki
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishna murari Ki
Jahan te pragat bhai Ganga,
Kalash kal harini Shri Ganga,
Smarn te hot moh bhanga
Basi Shiv sheesh,
Jata ke bich,
Hare agh kich,
Charan chhavi Shri Banwari ki,
Shri Giridhar Krishnamurari ki
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishna murari ki.
Chamakti ujval tat renu,
Baj rahi Vrindavan venu,
Chahu dishi gopi gwal dhenu,
Hansat mridu mand
Aarti Kunj Bihari Ki,
Shri Giridhar Krishna murari Ki